रविंद्र नाथ टैगोर का जीवन परिचय (माता, पता ,पत्नी, उम्र जाति, भाषा, धर्म ,राष्ट्रीयता ,जन्म स्थान ,उपलब्धियां, प्राइस शिक्षा ,रचना (Raveena Tagore Biography in Hindi (Birthday ,University, Poem ,Nobel Prize, Book Image ,PDF ,University ,Wikipedia ,Nibandh ,Word, Short)
रबीन्द्रनाथ टैगोर एक महान कवि, दार्शनिक, संगीतकार और कलाकार थे जिन्होंने भारतीय साहित्य और संस्कृति को गहराई और समृद्धि से नवीनता का अनुभव कराया। उन्होंने 1861 में कोलकाता, ब्रिटिश भारत में जन्म लिया था रबीन्द्रनाथ टैगोर भारत के प्रमुख कवि यद्यपि उन्होंने मुख्य रूप से बंगला भाषा में लिखा था, लेकिन उनकी कविताएं और लेखन कई भाषाओं, इसमें हिंदी भी, में अनुवादित की गई हैं। उनकी कई कविताएं, गीत और रचनाएं हिंदी भाषी पाठकों द्वारा अनुवादित और प्रशंसित की जाती हैं हिंदी में, रबीन्द्रनाथ टैगोर को आमतौर पर “रबीन्द्रनाथ ठाकुर” या सिर्फ “टैगोर” के नाम से जाना जाता है। उनकी कई प्रसिद्ध रचनाएं, जैसे “गीतांजलि” (संगीत की प्रस्तावनाएं) की कविता संग्रह, हिंदी में अनुवादित की गई हैं और इन्हें हिंदी भाषी लोग व्यापक रूप से पढ़ते हैं और प्रशंसा करते हैं टैगोर के साहित्यिक योगदान, जैसे उनकी सुंदर कविताएं, दीर्घिकारी निबंध और चिंतनशील नाटक, भारतीय साहित्य पर गहरा प्रभाव छोड़ गए हैं और हिंदी भाषा बोलने वाले लोगों को प्रेरित करते रहते हैं
रबीन्द्रनाथ टैगोर का जीवन परिचय | Biography of RabindranathTagore
नाम | रविंद्रनाथ टैगोर |
मूल नाम | रविंद्रनाथ ठाकुर |
पूरा नाम | गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर |
पिता | देवेन्द्रनाथ टैगोर |
माता | सरदेश्वरी देवी |
जन्मतिथि | 7 मई 1861 |
जन्म स्थान | कोलकाता भारत |
धर्म | हिंदू |
जाति | बंगाली ब्राह्मण |
नागरिकता | भारतीय |
भाषा | बंगाली, हिंदी |
पेशा | उपन्यास नाटक का निबंधकार और चित्रकार लेखक |
विद्यालय | स्कूल सेट जेवियर |
विश्वविद्यालय | यूनिवर्सिटी कॉलेज |
योग्यता | कानून की पढ़ाई |
उम्र | 80 वर्ष |
मृत्यु | 7 अगस्त 1948 कोलकाता भारत |
पुरस्कार | नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize): रबिन्द्रनाथ टैगोर 1913 में नोबेल पुरस्कार के साहित्य की विशेषता से सम्मानित किए गए |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित 9 दिसंबर 18840में |
प्रमुख रचना | गीतांजलि |
Rabindranath Tagore Image /Photo
रवीन्द्रनाथ टैगोर के बारे में /About Rabindranath Tagore
रवींद्रनाथ टैगोर (Rabindranath Tagore) भारतीय साहित्य के शानदार आदिकावी हैं। उन्होंने बंगाली और अंग्रेजी भाषा में काव्य, कविता, नाटक, उपन्यास, गीत और लेखन के विभिन्न प्रकार की श्रेष्ठ रचनाएं लिखी हैं। उनकी प्रसिद्ध काव्य संग्रह “गीतांजलि” विश्वविख्यात हुई, जिसे उन्होंने अंग्रेजी में लिखा था और जो नोबेल पुरस्कार से सम्मानित हुई टैगोर का साहित्य मनोज्ञ और भावुकतापूर्ण है। उनके काव्य में प्रकृति, प्रेम, धार्मिकता और मानवता के विभिन्न मुद्दे उभरते हैं। उनकी रचनाएं संगीत से ओतप्रोत होती हैं और उनके गीतों की सुंदरता और अनुवादों की माधुर्य काफी प्रसिद्ध हैं टैगोर संगठनशीलता और शिक्षा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने विश्वविद्यालय की स्थापना की और शांतिनिकेतन (बोलपुर) के रूप में एक अद्वितीय शैक्षिक संस्थान की स्थापना की। उन्होंने शिक्षा के माध्यम से समाज सुधारने की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और छात्रों को स्वतंत्र विचार करने और सृजनात्मकता को प्रोत्साहित किया रवींद्रनाथ टैगोर एक समाज सुधारक भी थे और उन्होंने सामाजिक मुद्दों पर विचार किए और स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का समर्थन किया। उनकी अद्वितीय प्रतिभा, विचारशीलता और साहित्यिक योगदान ने उन्हें भारतीय साहित्य के एक महान आदर्श के रूप में स्थापित किया है।
रविंद्रनाथ टैगोर का परिवार | RabindranathTagore Family
रवींद्रनाथ टैगोर का परिवार बड़ा और संपन्न रहा है। वे महान कवि और दार्शनिक रवींद्रनाथ टैगोर के पिता का नाम देवेन्द्रनाथ टैगोर था, जो एक प्रसिद्ध ब्राह्मो समाज के सदस्य और शिक्षाविद् थे। माता का नाम सरदेश्वरी देवी था। उनके परिवार में उनके तीन बहनें और एक भाई भी रवींद्रनाथ टैगोर की पत्नी का नाम म्रिणालिनी देवी था। उनके साथ उनके चार बेटे थे – ऋतिन्द्रनाथ, रतिन्द्रनाथ, सौमित्र और रेनुका। ऋतिन्द्रनाथ टैगोर भी एक प्रमुख कवि और नाटककार बने। उनकी पत्नी का नाम सुधीरनंदनी देवी था। टैगोर परिवार के सदस्यों में साहित्य, कला, संगीत और दार्शनिकता के क्षेत्र में उच्च स्तर की प्रतिष्ठा थी। इनके परिवार के सदस्य ने साहित्य, शिक्षा, सामाजिक सुधार और स्वतंत्रता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। रवींद्रनाथ टैगोर के परिवार के सदस्यों का साहित्यिक और सांस्कृतिक क्षेत्र में योगदान महत्वपूर्ण है और उनके साथी सदस्यों ने उन्हें प्रेरित किया और समर्थन किया है।
रविंद्र नाथ टैगोर शिक्षा | Rabindranath Tagore/Education And Qualification
टैगोर की शिक्षा बाल्यावस्था में शुरू हुई, जब उन्हें प्राथमिक स्तर की शिक्षा दी गई। इसके बाद उन्होंने घर पर अध्ययन करते हुए विभिन्न विषयों में मास्टरी प्राप्त की। वे संस्कृत, बंगला, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, इतिहास, और साहित्य के क्षेत्र में अच्छी शिक्षा प्राप्त करने के लिए उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करते थे टैगोर ने बहुत सारे शैक्षिक प्रयास किए और उन्हें विश्वविद्यालयों, संस्थानों और विद्यालयों के माध्यम से समर्थन भी मिला टैगोर ने अपने जीवनकाल में शांतिनिकेतन विद्यालय की स्थापना की, जो एक आदर्शवादी शिक्षा संस्थान है। यह विद्यालय एक अद्वितीय शिक्षा मॉडल है और कला, साहित्य, संगीत और विज्ञान के क्षेत्र में विशेषता को प्रशंसा करता है। शांतिनिकेतन विद्यालय के माध्यम से, टैगोर ने एक शिक्षा प्रणाली विकसित की जो शिक्षा को साहित्य, कला और नैतिक मूल्यों के साथ जोड़ती है यद्यपि मैं टैगोर की शिक्षा योग्यता की विशेष जानकारी प्रदान नहीं कर सकता, लेकिन उन्होंने अपने जीवनभर विद्यार्थियों, छात्राओं, और समाज के लोगों को शिक्षा और साहित्य के माध्यम से प्रभावित किया है
रबीन्द्रनाथ टैगोर पुरस्कार | Rabindranath Tagore Prize/Awards
रबीन्द्रनाथ टैगोर को 1931में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। यह पुरस्कार उन्हें उनकी अद्वितीय काव्य संग्रह “गीतांजलि” के लिए प्राप्त हुआ था। “गीतांजलि” एक अंग्रेजी में लिखी गीत-संग्रह है, जिसमें टैगोर ने प्रेम, धार्मिकता, मानवता और प्रकृति के मुद्दों पर अपनी भावुकतापूर्ण भावनाएं प्रकट की हैं। यह काव्य संग्रह उनकी सबसे प्रसिद्ध और प्रशंसित रचनाएं में से एक है टैगोर नोबेल पुरस्कार के लिए विश्वभर में पहले भारतीय नागरिक बने। इस पुरस्कार ने उनके साहित्यिक योगदान को मान्यता दिलाई और उन्हें विश्व साहित्य में एक महानतम स्थान प्रदान किया। टैगोर की गीतांजलि विश्व साहित्य की एक महत्त्वपूर्ण रचना है, जिसने उन्हें विदेशों में भी मशहूरी दिलाई। इस पुरस्कार ने टैगोर की साहित्यिक प्रतिभा, विचारशीलता और उपास्यता को उजागर किया और उनका योगदान साहित्यिक विश्व के चर्चामयी हिस्से के रूप में स्थापित हुआ।
रविंद्र नाथ टैगोर की पुस्तकें | Rabindranath Tagore Books
- Gitanjali (Song Offerings)
- The Home and the World
- Ghare-Baire (The World of the Home and Beyond)
- Chokher Bali (A Grain of Sand)
- Shesher Kobita (The Last Poem)
- Kabuliwala (Short story)
- Jogajog (Relationships)
- Noukadubi (The Wreck)
- Malancha (The Garden)
- Nastanirh (The Broken Nest)
- Muktadhara (The Waterfall)
- Raktakarabi (Red Oleanders)
- Chitra (Play)
- Dak Ghar (The Post Office)
- The Crescent Moon (Poetry collection)
- The Hungry Stones and Other Stories
- My Boyhood Days (Autobiographical)
- Creative Unity
- The Religion of Man
- Nationalism
रबींद्रनाथ टैगोर उद्धरण | Rabindranath Tagore Quotes
यहां कुछ रबीन्द्रनाथ टैगोर के प्रसिद्ध उद्धरण (quotes) हिंदी में हैं:
- जीवन जीने के लिए तैयार होना होता है, नहीं तो उसे संवारने के लिए तैयार हो जाने का वक्त आता है।”
- “अगर आपके पास एक सपना हो और आपके पास उसे पूरा करने की ताकत हो, तो आपके पास सब कुछ है।”
- “शोक करने से भला कुछ नहीं होता, जीवन को आगे बढ़ाने के लिए आगे बढ़ने की जरूरत होती है।”
- “जीवन में खुश रहने का रहस्य यह है कि आपको स्वीकार करना चाहिए कि आप जितना प्राप्त करते हैं, उससे अधिक चाहिए।”
- “जब आपको अंधकार की घटना होती है, तब आपको दीपक की जरूरत होती है।”
- “अगर आपके पास वाणी है, तो आपकी बातों में शक्ति होती है।”
- “स्नेह वह संगीत है जो जीवन की सबसे मधुर ध्वनि है।”
- “जीवन एक अनंत गति है, हमें बदलते समय के साथ चलना चाहिए।”
- “अपने आप को खोजना एक अद्वितीय अनुभव है, जिसे हमें सभी मनुष्यों को करना चाहिए।”
- “जीवन का उद्देश्य नहीं है केवल समस्याओं को हल करना, बल्क उन्हें जीना और आनंदित होना है।”
रविंद्रनाथ टैगोर की मृत्यु | Rabindranath Tagore Death–Date
रबीन्द्रनाथ टैगोर की मृत्यु 7 अगस्त 1941 को हुई। उनकी मृत्यु कोलकाता, बंगाल (भारत) में हुई
FAQ….
Q.1 रविंद्रनाथ टैगोर का जीवन परिचय कैसे लिखें ?
= रवीना टैगोर का जीवन परिचय यहां से लिखें
Q.2 रविंद्रनाथ टैगोर इतिहास कौन है?
=
रवींद्रनाथ टैगोर भारतीय साहित्य के एक महान कवि, लेखक, गीतकार, फिलॉसफर, शिक्षाविद् और सामाजिक सुधारक थे। उनका जन्म 1861 में हुआ और उन्हें नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उनकी रचनाएं विश्व साहित्य के अमूल्य धरोहर मानी जाती हैं
Q.3 रविंद्रनाथ टैगोर क्यों प्रसिद्ध है?
=रवींद्रनाथ टैगोर प्रसिद्ध हैं क्योंकि उन्होंने अद्वितीय साहित्य, संगीत, और सामाजिक सुधार के क्षेत्र में अपना अद्वितीय योगदान दिया और विश्वभर में प्रशंसा प्राप्त की।
Q.4 रविंद्रनाथ टैगोर ने कितने पुरस्कार जीते हैं?
=रवींद्रनाथ टैगोर ने अपने अद्वितीय काव्य संग्रह “गीतांजलि” के लिए 1913 में नोबेल पुरस्कार प्राप्त किया था। यह पुरस्कार उन्हें विश्वभर में प्रशंसा प्रदान करने वाले पहले भारतीय नागरिक बनाता हैं। इसके अलावा, उन्हें और भी कई साहित्यिक, कला और सामाजिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया हैं।
Q.5 विश्व में प्रथम नोबेल पुरस्कार विजेता कौन है?
=प्रथम नोबेल पुरस्कार का विजेता स्वीडिश वैज्ञानिक और उद्योगपति एल्फ्रेड नोबेल हैं। उन्होंने
1913 में नोबेल पुरस्कार की स्थापना की थी और प्रथम पुरस्कारों का वितरण 1901 से शुरू किया गया था। एल्फ्रेड नोबेल को विज्ञान, साहित्य, शानदारी, शांति और आर्थिक प्रगति के क्षेत्र में प्रमुख योगदान के लिए पुरस्कृत किया जाता है।
Q.6 भारत में प्रथम नोबेल पुरस्कार विजेता कौन था?
=भारत में प्रथम नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर (Rabindranath Tagore) थे। उन्हें 1913में नोबेल साहित्य पुरस्कार प्राप्त हुआ था गीतांजलि (Gitanjali) के लिए, जो उन्होंने अंग्रेजी भाषा में लिखी थी। वे इस पुरस्कार के लिए भारतीय नागरिक के रूप में पहले और अब तक एकमात्र व्यक्ति हैं जिन्हें यह सम्मान प्राप्त हुआ है।