Draupadi Murmu Biography in Hindi | द्रौपदी मुर्मू के जीवन परिचय

द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं और उड़ीसा (ओडिशा) राज्य की प्रथम महिला मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। वह झारखंड राज्य की पहली महिला गवर्नर भी रह चुकी हैं। उन्होंने 2014 में झारखंड राज्य की 10वीं गवर्नर बनने के बाद से 2021 तक यह पद संभाला द्रोपदी मुर्मू एक भारतीय राजनीतिज्ञ और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। वे 1892 में झारखंड के बाघमारा गाँव में जन्मीं। उनके पिता का नाम लालसेन मुर्मू था, जो झारखंड के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। द्रोपदी ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस) के सदस्य के रूप में राजनीति में अपना करियर शुरू किया। उन्होंने संसद में कई महत्वपूर्ण कमेटियों में सदस्यता ग्रहण की और गरीबी, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास जैसे मुद्दों पर काम किया। उन्होंने झारखंड में गांधीवादी बटवारे के विचारों को प्रचार प्रसार किया और जनता के हित में सक्रिय रहीं। उन्होंने अपनी जीवनी में गांधीवादी आदर्शों को पाला और समाज सेवा में समर्पित रहीं। द्रोपदी मुर्मू भारतीय राजनीति में एक प्रतिष्ठित और प्रशंसित नेता हैं

Draupadi Murmu Biography in Hindi | द्रौपदी मुर्मू के जीवन परिचय

पूरा नामद्रोपदी मुर्मू
जन्म तिथि20 जून 1958
पिता का नामबिरंची नारायण टुडू
पेशा और राजनीतिक दलराजनीतिज्ञ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)
पति का नामश्याम चरण मुर्मू
बेटी का नामइतिश्री मुर्मू
जाति और धर्महिंदू धर्म अनुसूचित जनजाति (ST)
वजन और लंबाई75 किलो 5 फिट 4इंच
संपत्ति₹10 लाख

कौन हैं द्रौपदी मुर्मू | Who is Droupadi Murmu

द्रौपदी मुर्मू भारतीय राजनीतिज्ञ हैं और उड़ीसा (ओडिशा) राज्य की प्रथम महिला मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। वे झारखंड राज्य की पहली महिला गवर्नर भी रह चुकी हैं। उन्होंने 20 जून 1958 को झारखंड के रूड़ीबिहार जिले में जन्म लिया। उन्होंने अपनी शिक्षा पूरी की है और एमएससी (M.Sc.) डिग्री भी प्राप्त की है द्रौपदी मुर्मू ने भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के सदस्य के रूप में राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वे झारखंड विधानसभा में उपसभा सदस्य रहीं और भारतीय संघीय गवर्नर्स अकादमी द्वारा 2018 में “सरदार वल्लभभाई पटेल राज्यपाल दिवस पुरस्कार” से सम्मानित की गईं उन्होंने अपने कार्यकाल में महिला शिक्षा, स्वास्थ्य, जल संसाधन, कृषि और ग्रामीण विकास को महत्व दिया है। उनके प्रशासनिक और सामाजिक पहलों ने उड़ीसा और झारखंड राज्यों में सकारात्मक परिवर्तनों को प्रोत्साहित किया है। उन्होंने अपने कार्यकाल में व्यापक विकास कार्यों को संचालित किया है और महिलाओं के अधिकारों और समानता को प्रोत्साहित किया है।

द्रौपतदी मुर्मू की शिक्षा | Droupadi Murmu Education

द्रौपदी मुर्मू ने अपने शिक्षायात्रा को महत्व दिया है। वह झारखंड के स्थानीय विद्यालयों से प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा प्राप्त की है। इसके बाद, उन्होंने दिल्ली जाकर विश्वविद्यालय की पढ़ाई की और वहां गुरु गोबिंद सिंग इंद्राप्रस्थ विश्वविद्यालय से स्नातक डिग्री हासिल की है। उनके अध्ययन में उनकी विशेषता थी और वे विभिन्न विषयों में उत्कृष्ट अंक प्राप्त करने में सक्षम रहीं। द्रौपदी ने अपनी शिक्षा को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में उपयोगी बनाने के लिए कौशल प्राप्त किया। उनकी शिक्षा ने उन्हें उच्च स्थानों पर पहुंचने में मदद की और उन्हें सामाजिक सुधार के क्षेत्र में सक्रिय बनाया। वे एक अध्यापिका के रूप में भी कार्यरत रहीं, जहां उन्होंने छात्रों को शिक्षा और सामाजिक जागरूकता के महत्व के बारे में संबोधित किया।

द्रौपदी मुर्मू परिवारिक जीवन | Droupadi Murmu Family

द्रौपदी मुर्मू का परिवार झारखंड राज्य के एक सामान्य परिवार से संबंधित है। उनके पिता का नाम लालसेन मुर्मू है, जो कई वर्षों तक झारखंड के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। द्रौपदी के अलावा उनके परिवार में पति, बच्चे और अन्य सदस्य शामिल हैं। हालांकि, उनके परिवार के बारे में अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है। वे एक सामान्य परिवार के सदस्य हैं और अपने परिवार के साथ संयुक्त जीवन बिता रहीं हैं। द्रौपदी के परिवार के सदस्य उनके जीवन में महत्वपूर्ण हैं और उनका साथ देते हैं। उनका परिवार साथीत्व, समरसता और परस्पर सम्मान का आदान-प्रदान करने का माहौल बना रखने में महत्वपूर्ण है। द्रौपदी के परिवार ने उन्हें सामरिक और नैतिक समर्थन प्रदान किया है, जो उनकी राजनीतिक पड़ाव पर उन्हें सफलता दिलाने में मदद करता है।

द्रौपदी मुर्मू का राजनीतिक करियर | Droupadi Murmu Politics

द्रौपदी मुर्मू एक उभयलिंगी भारतीय राजनीतिज्ञ हैं जिन्होंने अपना राजनीतिक करियर उठाया है। वह झारखंड राज्य के प्रमुख नेतृत्व और मजबूत गांधीवादी बटवारे के प्रतिष्ठित प्रचारक रही हैं। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस) के सदस्य के रूप में अपना करियर शुरू किया। उन्होंने लोकसभा चुनावों में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के तत्पर बने और 2019 में झारखंड के गिरीडी जिले से सदस्य बनीं। उन्होंने संसद में कई महत्वपूर्ण कमेटियों में सदस्यता ग्रहण की और गरीबी, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास जैसे मुद्दों पर काम किया।

द्रौपदी मुर्मू ने अपनी शक्तिशाली और सुसंगत नेतृत्व कौशल के कारण उन्हें झारखंड राज्य में गहरी प्रभावशाली व्यक्ति के रूप में मान्यता प्राप्त हुई है। उन्होंने अपनी राजनीतिक पड़ाव पर अपनी प्रगति के लिए महत्वपूर्ण नीतियों का समर्थन किया है। उनकी सशक्त और संवेदनशील आवाज़ ने उन्हें देशभर में पहचान दिलाई है। द्रौपदी मुर्मू एक प्रशंसित और प्रभावशाली नेता हैं जिन्होंने अपने सामाजिक और राजनीतिक योगदान के लिए जानी जाती हैं। उनकी नेतृत्व में झारखंड में गांधीवादी बटवारे के विचारों की प्रभावशाली प्रचार प्रसार की गई है

  • भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन करने के बाद 1997 मे रायगपुर पार्षद चुनाव में जीत दर्ज की भाजपा ने मुमू को अनुसूचित जनजाति मोर्चा का उपाध्यक्ष बनी
  • 2000 से 2004 तक रायंरगपुर निर्वाचन क्षेत्र से दो बार भाजपा विधायक बनी
  • 2007 उड़ीसा विधानसभा द्वारा विधायक के रूप में सम्मानित किया गया
  • 2002 से 2009 तक भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जाति मोर्चा राष्ट्रीय मेंबर के रूप में रही
  • 2015 से 2021 झारखंड राज्य के लगातार 5 साल झारखंड राज्य की पहली महिला राज्यपाल रही
  • 2022 मे भारत के आदिवासी पहली महिला 15 वी राष्ट्रपति के रूप में चुनी गई हैं

द्रोपदी मुर्मू का जीवन संघर्ष कैसा रहा

द्रोपदी मुर्मू का जीवन संघर्षशील और महत्वपूर्ण रहा है। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत से लेकर अब तक कठिनाइयों का सामना किया है। वे झारखंड राज्य में गरीबी, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला और बाल विकास के मुद्दों पर काम करने के लिए समर्पित हुई हैं उन्होंने अपनी प्रदेश में गांधीवादी बटवारे के विचारों का प्रचार प्रसार किया और अपनी पहचान बनाने के लिए मेहनत की। उन्होंने अपनी आवाज़ बुलंद की और सामाजिक न्याय और समानता के लिए लड़ाई लड़ी। द्रोपदी ने झारखंड के लोगों के हित में निरंतर प्रयास किए, विपक्ष के साथ संघर्ष किया और अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए संघर्ष किया उनका संघर्ष उन्हें एक मजबूत और प्रशंसित नेता बनाने में मदद की है। उनकी सामरिकता, संघर्षशील मनोभाव और सामाजिक विचारधारा ने उन्हें लोगों के बीच प्रशंसा के हकदार बनाया है। उन्होंने अपने जीवन में बहुत सारे चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन उनकी संघर्षशीलता और समर्पण ने उन्हें सफलता के आगे बढ़ने में मदद की है।

द्रोपदी मुर्मू को पुरस्कार मिला

हाँ, द्रोपदी मुर्मू को कई पुरस्कार और मान्यताएं मिली हैं। उन्हें 2018 में “झारखंड रत्न” सम्मानित किया गया, जो झारखंड राज्य के लिए उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए प्रदान किया गया। इसके अलावा, उन्हें भीमराव अंबेडकर राष्ट्रीय पुरस्कार और महिला दिवस पुरस्कार जैसे अन्य गौरवपूर्ण पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है द्रोपदी मुर्मू के पुरस्कारों से दिखाया जाता है कि उन्होंने अपने समाज सेवा, सामाजिक न्याय, और राजनीतिक कार्यों में अपार महत्वपूर्ण योगदान दिया है। ये पुरस्कार उनके प्रशंसापत्रों हैं और उनके सामर्थ्य, संघर्ष और प्रगतिशील सोच को मान्यता प्रदान करते हैं। द्रोपदी मुर्मू अपने लोकप्रियता और समर्पण के आधार पर पुरस्कृत हुई हैं, और उनके पुरस्कार उनके सामाजिक और राष्ट्रीय योगदान को प्रशंसा करते हैं

द्रोपदी मुर्मू का संपत्ति

द्रोपदी मुर्मू की संपत्ति के बारे में विशेष जानकारी उपलब्ध नहीं है। सार्वजनिक रूप से उनकी संपत्ति की जानकारी नहीं होती है, और इसलिए उसकी विशेष विवरणों को जानना मुश्किल है। प्रमुख राजनीतिक नेता होने के बावजूद, नेता की संपत्ति पर सामान्यतः गहराई से चर्चा नहीं होती है संपत्ति का मामला नेता और उनके परिवार के निजी विषयों में सम्बंधित होता है, और यह जानकारी निजी और गोपनीय होती है। इसलिए, द्रोपदी मुर्मू की संपत्ति के बारे में विशेष विवरणों को जानना संभव नहीं है

द्रोपदी मुर्मू उम्र | Droupadi Murmu Age

द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1961 को हुआ था, जिसके अनुसार उनकी वर्तमान उम्र 62 वर्ष है। उन्होंने अपने जीवन में कठिनाइयों का सामना किया है और उम्र के साथ उनकी अनुभवों और ज्ञान की वृद्धि हुई है। वे अपने राजनीतिक करियर में महत्वपूर्ण मुद्दों पर काम करती रही हैं और अपने प्रदेश में समाज के विकास के लिए प्रयास करती आई हैं। उनके नेतृत्व में झारखंड में गांधीवादी बटवारे के विचारों की प्रचार प्रसार की गई है। उनका जीवन संघर्षशील रहा है, लेकिन उन्होंने अपनी संघर्षशीलता और समर्पण के माध्यम से समग्र विकास को प्राप्त किया है। वे एक प्रशंसित नेता हैं जिनका योगदान समाज सेवा और राष्ट्रीय निर्माण को बढ़ाने में महत्वपूर्ण

समापन

ड्रौपदी मुर्मू एक उदाहरण हैं जिन्होंने अपने समर्पण और कर्तव्यनिष्ठ नेतृत्व के माध्यम से भारतीय राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाई। उनके प्रयासों ने समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में सहायक हुए और हमें एक नए दृष्टिकोण का सामना करने का अवसर दिया।

FAQ….

Q.1 द्रौपदी मुर्मू कौन है जीवन परिचय?

= द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं और उड़ीसा (ओडिशा) राज्य की प्रथम महिला मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। वह झारखंड राज्य की पहली महिला गवर्नर भी रह चुकी हैं। उन्होंने 2014 में झारखंड राज्य की 10वीं गवर्नर बनने के बाद से 2021 तक यह पद संभाला।

Q.2 राष्ट्रपति मुर्मू की उम्र कितनी है?

= द्रौपदी मुर्मू अनुसार, 2023 में द्रौपदी मुर्मू की उम्र लगभग 65 वर्ष होगी

Q.3 द्रौपदी मुर्मू का जन्म कब और कहां हुआ था?

= द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को झारखंड राज्य के रूड़ीबिहार जिले में हुआ था 2023के अनुसार में द्रौपदी मुर्मू की उम्र लगभग 65 वर्ष होगी।

Q.4 द्रौपदी मुर्मू की शिक्षा कितनी है

=द्रौपदी मुर्मू ने अपनी शिक्षा पूर्ण की है और एमएससी (M.Sc.) डिग्री भी हासिल की हैं। उन्होंने अपनी शिक्षा को सम्पूर्ण करके राजनीति में अपना करियर बनाया हैं।

Q.5 झारखंड की पहली महिला राज्यपाल कौन है?

= झारखंड की पहली महिला राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) हैं। उन्होंने 2015 में झारखंड राज्य के गवर्नर के रूप में न्यूनतम समय के लिए नामित हुईं। वे उड़ीसा (ओडिशा) राज्य की पूर्व महिला मुख्यमंत्री भी रह चुकी हैं।

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